जिला क्राइम रिपोर्टर स्वेता सिंह राजावत जालौन
जालौन 22 अप्रैल । प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती है। मेहनत से उसमें निखार आ ही जाता है तथा सबके सामने आ ही जाता है।छोटे से गांव के किसान के बेटे ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में यूपी बोर्ड में प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त कर अपने माता पिता और शिक्षकों का नाम रोशन किया। प्रदेश के टॉप टेन मेधावियों में शामिल अर्चित का सपना आगे चलते आईएएस परीक्षा उत्तीर्ण करने का है।
ब्लॉक क्षेत्र के एक छोटे से गांव कुठौंदा बुजुर्ग के निवासी धीरेंद्र सिंह सेंगर लघु कृषक हैं। उनका सपना था कि उनके दो बेटे पढ़कर लिखकर उनका नाम रोशन करें। बड़े बेटे दीपांशु सेंगर प्राइवेट कोचिंग चलाते हैं। उन्होंने नगर के महाराणा प्रताप साइंस एकेडमी में अध्ययनरत छोटे भाई अर्चित सेंगर को हमेशा ही मोटिवेट किया। नगर के महाराणा प्रताप साइंस एकेडमी के छात्र अर्चित सेंगर ने इंटरमीडिएट की यूपी बोर्ड की परीक्षा में 96.4 फीसदी अंक लाकर प्रदेश में आठवां स्थान प्राप्त किया है। एनडीए की परीक्षा देने के लिए आगरा में अपनी चाची के यहां रूके अर्चित सेंगर ने मोबाइल पर बताया कि उनकी कक्षा दो तक की शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में हुई है। इसके बाद वह उन्होंने महाराणा प्रताप साइंस एकेडमी में प्रवेश लिया। बताया कि पिता को खेत पर मेहनत करते हुए देखकर उन्हें लगता है कि वह पिता के लिए कुछ कर सकें। उनका सपना है कि वह आईएएस बनकर देश व समाज की सेवा कर सकें। वह इस उपलब्धि का श्रेय भााई दीपेश और मां पूनम देवी को देते हैं। पिता ने बेटे की इस उपलब्धि पर कहा कि बेटा शुरू से ही पढाई में अच्छा था। वह सीमित संसाधनों की वजह से अपने बेटे के लिए बहुत कुछ तो नहीं कर सके। लेकिन बेटे ने उन्हें गर्व करने का मौका दिया है। मां रेखा देवी ने बताया कि बेटे की इस उपलब्धि पर वह बहुत खुश हैं।