छतरपुर/सटई(पड़रिया): साहब के पास न डिग्री ना रजिस्ट्रेशन और पॉवर इतना की प्रशासन भी नतमस्तक।

Mohit Rathore (Khabar Up Tak)
0

------------------------------------------------
रिपोर्ट:-गजेंद्र सिंह राठौर (मध्य प्रदेश हेड) 
मोबाईल :- 8319893096
------------------------------------------------

*छतरपुर/सटई(पड़रिया)*

*साहब के पास न डिग्री ना रजिस्ट्रेशन और पॉवर इतना की प्रशासन भी नतमस्तक।*
*प्रशासन की टीम का छापे की भनक लगते हुए क्लीनिक बंद करके फरार हो गए*

*सूत्रों के मुताबिक क्षेत्रीय बीएमओ लगे इस झोला छाप डॉक्टर काली करतूत को मिटाने डॉक्टर को जताया भरोसा लगेगी बड़ी रकम*

*आखिर कब मुक्त होगा उपस्वास्थ केंद्र झोला छाप डॉक्टर के चुंगल से*

 झोलाछाप डॉक्टर  बेखौफ होकर मरीजों को लूटने में लगे कई मरीजों की इनकी ही लापरवाही से जाने भी जा चुकी इसके पूरा ठीकरा सरकारी डॉक्टर के सिर मड़ दिया जाता की डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत हो गई मगर सच बात तो यह है यही झोला छाप उन्हे मरने की कगार पर छोड़ देते है.....
हाल ही पड़रिया गांव से मामला सामने आया जहा झोला छाप डॉक्टर ने वर्षो से उप स्वास्थ्य केंद्र के सामने अपना आशियाना बनाकर बेखौफ इलाज कर रहे सस्ती दवाइयां देकर हजारों रु वसूल रहे..... हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन बोतल तो डॉक्टर साहब बात में लगा देते है जबकि ट्रेंड स्टाफ को सालो लग जात है यही सीखने में मगर ये साहब तो बिना ट्रेनिंग के ही बड़ी से बड़ी बीमार का इलाज करने को तैयार है........स्वास्थ के वरिष्ठ अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी होते हुए भी बड़े साहब अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते भले ही किसी की जान ही क्यों न चली जाए........मगर बीते रोज इस घिनौने खेल का पर्दाफाश हो गया मीडिया के द्वारा जब साफ स्वच्छ  छवि के अनुविभागीय अधिकारी बलवीर सिंह रमन को दी उन्होंने आनन –फानन में तहसील दार की टीम गठित कर मौके के लिए रवाना किया साथ में पहुंचे क्षेत्रीय बीएमओ साहब साहू जी झोला छाप डॉक्टर से साठगांठ करके अपने वरिष्ठ अधिकारी को खुश करने में लग गए ताकि वरिष्ठ अधिकारी महोदय को रिटायर्ड मेंट पहले अच्छे से मोती रकम देकर खुश कर सके......बिना कार्यवाही किए ही वापिस लौट आए जबकि झोलाछाप डॉक्टर के दरवाजे में हजारों की संख्या में इंजेक्शन, निडिल, बोतल डाले मिले कई इंजेक्शन निडिल सिरेंज बगल में बने नाले डाले मिले दरवाजे पर किसी मरीज को लगाई बोतल भी लटकती मिली इसके बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं बोले न जाने किसका का कचड़ा डाला जबकि सारी दवाइया जेनरिक थी कुछ इथिकल जिसमे डॉक्टर साहब एक आठ बनाते है....बीएमओ साहब ने वह सब मैटेरिया वही छोड़ दिया की वह टीम के निकलते ही आसानी से फेक सके बीएमओ साहब मौके पर पहुंचते उसके पहले झोलछाप डॉक्टर मौके से फरार हो गए ईमानदार तहसील दार ने बार बार बोला की बीएमओ साह कोई कार्यवाही बनती हो तो आप कर दे मगर बीएमओ साहब का एक ही जवाब था जब वो मिलेगा तभी कार्यवाही होगी लेकिन मौके पर पहुंचे तहसील दार से साफ शब्दों में बोल दिया की आप इस झोलाछाप डॉक्टर पर जल्द ही कार्यवाही करे अब ये क्लीनिक नहीं खुलनी चाहिए.... अब देखना कोई यह है कि इन झोलाछाप डॉक्टर महोदय के खिलाफ कोई कार्यवाही होती है या बीएमओ साहब के हाथों इन डॉक्टर साहब का भला बरहाल बीएमओ इस मामले को रफादफा करने में एड़ी चोटी का दम लगा रहे हैं..... भी जिला प्रशासन भी इस पूरे मामले पर अपनी पहली नजर बनाए हुए हैं ऐसा ना हो कि यह मामला निपटाना  बीएमओ साहब को आपको भारी पड़ जाए.

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें (0)