एलएलसी जितेंद्र सेंगर ने महोबा जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उठाई आवाज
अमरेश राजपूत की खास रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की याचिका समिति की बैठक में एलएलसी जितेंद्र सेंगर ने महोबा जनपद की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जताते हुए ठोस कार्रवाई की मांग की। समिति की अध्यक्षता सभापति सतपाल सिंह सैनी ने की।
बैठक में श्री सेंगर ने प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण पार्थ सेन सारथी को पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने बताया कि महोबा जिला अस्पताल में पिछले तीन वर्षों से हृदय रोग विशेषज्ञ व फिजिशियन की नियुक्ति नहीं हुई है। साथ ही, जहां नर्सिंग स्टाफ की स्वीकृत संख्या 25 है, वहां मात्र 5 नर्सों के भरोसे पूरा कार्यभार चलाया जा रहा है।
इस बदहाली के कारण आम मरीजों को इलाज के लिए कानपुर, झांसी और ग्वालियर जैसे बड़े शहरों का रुख करना पड़ता है, जिससे न केवल समय की बर्बादी होती है बल्कि आर्थिक बोझ भी बढ़ता है। उन्होंने कहा कि महोबा जिला अस्पताल अब एक रेफर सेंटर बनकर रह गया है, जिससे जनमानस को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
श्री सेंगर ने समिति से अनुरोध किया कि इस विषय को जनहित में गंभीरता से लिया जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
बैठक में स्वास्थ्य चिकित्सा सचिव आईएएस ऋतु माहेश्वरी, स्वास्थ्य निदेशक सहित अन्य उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे। साथ ही समिति के सदस्य विजय बहादुर पाठक और धर्मेंद्र सिंह ने भी बैठक में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई।